Shri Vishwakarma Chalisa – श्री विश्वकर्मा चालीसा

Shri Vishwakarma Chalisa   ॥ दोहा ॥ विनय करौं कर जोड़कर,मन वचन कर्म संभारि। मोर मनोरथ पूर्ण कर,विश्वकर्मा दुष्टारि॥ ॥ चौपाई ॥ विश्वकर्मा तव नाम अनूपा।पावन सुखद मनन अनरूपा॥ सुंदर सुयश भुवन दशचारी।नित प्रति गावत गुण नरनारी॥ शारद शेष महेश भवानी।कवि कोविद गुण ग्राहक ज्ञानी॥ आगम निगम पुराण महाना।गुणातीत गुणवंत सयाना॥ जग महँ जे परमारथ … Read more

Shri Navgrah Chalisa – श्री नवग्रह चालीसा

Shri Navgrah Chalisa   ॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुपद कमल,प्रेम सहित सिरनाय। नवग्रह चालीसा कहत,शारद होत सहाय॥ जय जय रवि शशि सोम बुध,जय गुरु भृगु शनि राज। जयति राहु अरु केतु ग्रह,करहु अनुग्रह आज॥ ॥ चौपाई ॥ श्री सूर्य स्तुति प्रथमहि रवि कहँ नावौं माथा।करहुं कृपा जनि जानि अनाथा॥ हे आदित्य दिवाकर भानू।मैं मति … Read more

Shri Bhairav Chalisa – भैरव चालीसा

Shri Bhairav Chalisa   ॥ दोहा ॥ श्री भैरव सङ्कट हरन,मंगल करन कृपालु। करहु दया जि दास पे,निशिदिन दीनदयालु॥ ॥ चौपाई ॥ जय डमरूधर नयन विशाला।श्याम वर्ण, वपु महा कराला॥ जय त्रिशूलधर जय डमरूधर।काशी कोतवाल, संकटहर॥ जय गिरिजासुत परमकृपाला।संकटहरण हरहु भ्रमजाला॥ जयति बटुक भैरव भयहारी।जयति काल भैरव बलधारी॥ अष्टरूप तुम्हरे सब गायें।सकल एक ते एक … Read more

Batuka Bhairava Chalisa – श्री बटुक भैरव चालीसा

Batuka Bhairava Chalisa   ॥ दोहा ॥ विश्वनाथ को सुमिर मन,धर गणेश का ध्यान। भैरव चालीसा रचूं,कृपा करहु भगवान॥ बटुकनाथ भैरव भजू,श्री काली के लाल। छीतरमल पर कर कृपा,काशी के कुतवाल॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय श्रीकाली के लाला।रहो दास पर सदा दयाला॥ भैरव भीषण भीम कपाली।क्रोधवन्त लोचन में लाली॥ कर त्रिशूल है कठिन कराला।गल … Read more

Brahma Chalisa – ब्रह्मा जी चालीसा

Brahma Chalisa   ॥ दोहा ॥ जय ब्रह्मा जय स्वयम्भू,चतुरानन सुखमूल। करहु कृपा निज दास पै,रहहु सदा अनुकूल॥ तुम सृजक ब्रह्माण्ड के,अज विधि घाता नाम। विश्वविधाता कीजिये,जन पै कृपा ललाम॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय कमलासान जगमूला।रहहु सदा जनपै अनुकूला॥ रुप चतुर्भुज परम सुहावन।तुम्हें अहैं चतुर्दिक आनन॥ रक्तवर्ण तव सुभग शरीरा।मस्तक जटाजुट गंभीरा॥ ताके ऊपर … Read more

Shri Vishnu Chaalisa – श्री विष्णु चालीसा

Shri Vishnu Chaalisa   ॥ दोहा ॥ विष्णु सुनिए विनय,सेवक की चितलाय। कीरत कुछ वर्णन करूँ,दीजै ज्ञान बताय॥ ॥ चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान खरारी।कष्ट नशावन अखिल बिहारी॥ प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी।त्रिभुवन फैल रही उजियारी॥ सुन्दर रूप मनोहर सूरत।सरल स्वभाव मोहनी मूरत॥ तन पर पीताम्बर अति सोहत।बैजन्ती माला मन मोहत॥ शंख चक्र कर गदा … Read more

Surya Dev Chalisa – श्री सूर्य देव चालीसा

Surya Dev Chalisa   ॥ दोहा ॥ कनक बदन कुण्डल मकर,मुक्ता माला अङ्ग। पद्मासन स्थित ध्याइए,शंख चक्र के सङ्ग॥ ॥ चौपाई ॥ जय सविता जय जयति दिवाकर!।सहस्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!।सविता हंस! सुनूर विभाकर॥ विवस्वान! आदित्य! विकर्तन।मार्तण्ड हरिरूप विरोचन॥ अम्बरमणि! खग! रवि कहलाते।वेद हिरण्यगर्भ कह गाते॥ सहस्रांशु प्रद्योतन, कहिकहि।मुनिगन होत प्रसन्न मोदलहि॥ अरुण … Read more

Shri Ram Chalisa – श्री राम चालीसा

Shri Ram Chalisa   ॥ चौपाई ॥ श्री रघुबीर भक्त हितकारी।सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥ निशि दिन ध्यान धरै जो कोई।ता सम भक्त और नहीं होई॥ ध्यान धरें शिवजी मन मांही।ब्रह्मा, इन्द्र पार नहीं पाहीं॥ दूत तुम्हार वीर हनुमाना।जासु प्रभाव तिहुं पुर जाना॥ जय, जय, जय रघुनाथ कृपाला।सदा करो संतन प्रतिपाला॥ तुव भुजदण्ड प्रचण्ड कृपाला।रावण … Read more

Shri Laddu Gopal Chalisa – लड्डू गोपाल चालीसा

Shri Laddu Gopal Chalisa   ॥ दोहा ॥ श्री राधापद कमल रज,सिर धरि यमुना कूल। वरणो चालीसा सरस,सकल सुमंगल मूल॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय पूरण ब्रह्म बिहारी।दुष्ट दलन लीला अवतारी॥ जो कोई तुम्हरी लीला गावै।बिन श्रम सकल पदारथ पावै॥ श्री वसुदेव देवकी माता।प्रकट भये संग हलधर भ्राता॥ मथुरा सों प्रभु गोकुल आये।नन्द भवन में … Read more

Krishna Chalisa – श्री कृष्ण चालीसा

Shri Krishna Chalisa   ॥ दोहा ॥ बंशी शोभित कर मधुर,नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्बा फल,पिताम्बर शुभ साज॥ जय मनमोहन मदन छवि,कृष्णचन्द्र महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय,राखहु जन की लाज॥ ॥ चौपाई ॥ जय यदुनन्दन जय जगवन्दन।जय वसुदेव देवकी नन्दन॥ जय यशुदा सुत नन्द दुलारे।जय प्रभु भक्तन के दृग तारे॥ जय … Read more