Annapurna Ji Ki Aarti -अन्नपूर्णा जी की आरती

Annapurna Ji Ki Aarti

Annapurna Ji Ki Aarti   ॥ श्री अन्नपूर्णा माता जी की आरती ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम। जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके,कहां उसे विश्राम। अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारे,लेते होत सब काम॥   प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर,कालान्तर तक नाम। सुर सुरों की रचना करती,कहाँ कृष्ण कहाँ राम॥   चूमहि चरण चतुर चतुरानन,चारु चक्रधरश्याम। चन्द्र चूड़ … Read more

Radhika Devi Aarti -राधिका देवी आरती

Radhika Devi Aarti

Radhika Devi Aarti   ॥ देवी राधिका आरती ॥ आरति श्रीवृषभानुलली की।सत-चित-आनन्द कन्द-कली की॥ भयभन्जिनि भव-सागर-तारिणि,पाप-ताप-कलि-कल्मष-हारिणि, दिव्यधाम गोलोक-विहारिणि,जनपालिनि जगजननि भली की॥   आरति श्रीवृषभानुलली की। सत-चित-आनन्द कन्द-कली की॥ अखिल विश्व-आनन्द-विधायिनि,मंगलमयी सुमंगलदायिनि, नन्दनन्दन-पदप्रेम प्रदायिनि,अमिय-राग-रस रंग-रली की॥   आरति श्रीवृषभानुलली की। सत-चित-आनन्द कन्द-कली की॥ नित्यानन्दमयी आह्लादिनि,आनन्दघन-आनन्द-प्रसाधिनि, रसमयि, रसमय-मन-उन्मादिनि,सरस कमलिनी कृष्ण-अली की॥   आरति श्रीवृषभानुलली की। सत-चित-आनन्द कन्द-कली … Read more

Aarti Shri Radha Rani Ki – श्री राधा रानी की आरती

Aarti Shri Radha Rani Ki

Aarti Shri Radha Rani Ki   ॥ श्री राधा माता जी की आरती ॥ आरती श्री वृषभानुसुता की,मंजुल मूर्ति मोहन ममता की। त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि,विमल विवेकविराग विकासिनि। पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि,सुन्दरतम छवि सुन्दरता की॥   आरती श्री वृषभानुसुता की। मुनि मन मोहन मोहन मोहनि,मधुर मनोहर मूरति सोहनि। अविरलप्रेम अमिय रस दोहनि,प्रिय अति सदा … Read more

Mahakali Mata Ki Aarti -महाकाली आरती की आरती

Mahakali Mata Ki Aarti

Mahakali Mata Ki Aarti   ॥ श्री महाकाली माता जी की आरती ॥ ‘मंगल’ की सेवा, सुन मेरी देवाहाथ जोड़, तेरे द्वार खड़े। पान सुपारी, ध्वजा, नारियल,ले ज्वाला तेरी भेंट धरे॥   मंगल की सेवा सुन मेरी देवा। सुन जगदम्बे, कर न विलम्बेसंतन के भण्डार भरे। संतन-प्रतिपाली, सदा खुशहाली,मैया जै काली कल्याण करे॥   मंगल … Read more

Vindhyeshwari Aarti – विन्ध्येश्वरी आरती

Vindhyeshwari Aarti

Vindhyeshwari Aarti   ॥ श्री विन्ध्येश्वरी माता जी की आरती ॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासिनि,तेरा पार न पाया। x2 पान सुपारी ध्वजा नारियल,ले तेरी भेंट चढ़ाया॥   जय विन्ध्येश्वरी माता॥ सुवा चोली तेरे अंग विराजै,केशर तिलक लगाया। नंगे पांव अकबर जाकर,सोने का छत्र चढ़ाया॥   जय विन्ध्येश्वरी माता॥ ऊँचे ऊँचे पर्वत बना देवालय,नीचे शहर बसाया। सत्युग … Read more

Gau Mata Ki Aarti – गौ माता की आरती

Gau Mata Ki Aarti

Gau Mata Ki Aarti   ॥ श्री गौमाताजी की आरती ॥ आरती श्री गैय्या मैंय्या की,आरती हरनि विश्व धैय्या की।   आरती श्री गैय्या मैंय्या की…। अर्थकाम सद्धर्म प्रदायिनी,अविचल अमल मुक्तिपद्दायिनी। सुर मानव सौभाग्या विधायिनी,प्यारी पूज्य नन्द छैय्या की॥   आरती श्री गैय्या मैंय्या की…। अखिल विश्व प्रतिपालिनी माता,मधुर अमिय दुग्धान्न प्रदाता। रोग शोक संकट … Read more

Sheetla Mata Ki Aarti – शीतला माता की आरती

Sheetla Mata Ki Aarti

Sheetla Mata Ki Aarti   ॥ श्री शीतला माता की आरती ॥ जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता। आदि ज्योति महारानीसब फल की दाता॥   ॐ जय शीतला माता…। रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता। ऋद्धि-सिद्धि चँवर डोलावें,जगमग छवि छाता॥   ॐ जय शीतला माता…। विष्णु सेवत ठाढ़े,सेवें शिव धाता। वेद पुराण वरणतपार नहीं पाता॥   … Read more

Gayatri Mata Ki Aarti – गायत्री माता की आरती

Gayatri Mata Ki Aarti

Gayatri Mata Ki Aarti   ॥ श्री गायत्रीजी की आरती ॥ जय गायत्री माता आरती गायत्री माता की सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक है। यह प्रसिद्ध आरती माता माता से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों पर गायी जाती है। जयति जय गायत्री माता,जयति जय गायत्री माता। सत् मारग पर हमें चलाओ,जो है सुखदाता॥   जयति जय गायत्री … Read more

Jai Tulsi Mata Aarti – तुलसी माता आरती

Jai Tulsi Mata Aarti

Jai Tulsi Mata Aarti   ॥ श्री तुलसी जी की आरती ॥ जय जय तुलसी माता, सबकी सुखदाता वर माता। सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर, रुज से रक्षा करके भव त्राता। जय जय तुलसी माता। बहु पुत्री है श्यामा, सूर वल्ली है ग्राम्या, विष्णु प्रिय जो तुमको सेवे, सो नर तर जाता। … Read more

Lalita Mata Ki Aarti – ललिता माता की आरती

Lalita Mata Ki Aarti

Lalita Mata Ki Aarti   ॥ आरती ललिता माता की ॥ श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी। राजेश्वरी जय नमो नमः॥ करुणामयी सकल अघ हारिणी। अमृत वर्षिणी नमो नमः॥ जय शरणं वरणं नमो नमः। श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी॥ अशुभ विनाशिनी, सब सुख दायिनी। खल-दल नाशिनी नमो नमः॥ भण्डासुर वधकारिणी जय माँ। करुणा कलिते नमो नम:॥ जय शरणं … Read more